Lord Buddha Images With Thoughts In Hindi
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Andhvishvaas kabhee kisee par mat karna
Bhale bo dharm granth ya kisee
Mahaanubhaav ka kahana ho
Jab tak vah tumhaaree apanee buddhi
Aur vivek kee kasautee par khara na utare
अंधविश्वास कभी किसी पर मत करना
भले बो धर्म ग्रन्थ या किसी महानुभाव का कहना हो
जब तक वह तुम्हारी अपनी बुद्धि
और विवेक की कसौटी पर खरा न उतरे
महात्मा गौतम बुद्ध ने कहा है।
मनुष्य जीवन में, जोश से भयंकर, कोई अग्नि नहीं होती है।
घर्णा, से भयंकर कोई भी, जानवर नहीं होता है।
अविवेक से बढ़कर कोई जाल नहीं होता है।
और लालच से बढ़कर कोई बाधा नहीं होती है।
Lord Buddha Images With Thoughts In Hindi
Jisane sab kho diya usee ne sab kuchh pa liya
Agar kisee ko aisa lagata hai usane sab pa liya
Saayad usase bada nirdhan koee nahin hai
जिसने सब खो दिया उसी ने सब कुछ पा लिया
अगर किसी को ऐसा लगता है उसने सब पा लिया
सायद उससे बड़ा निर्धन कोई नहीं है,
Din Ke Har Samay Ko Puri Chetna Me Jio
Jo Gujar Gaya Na Uska Koi Rag Man Me Ho
Na Hi Aane Wale Kal Ke Sapno Ki Neend Me Dubo
Isi kshan Jagrat Awasta Me Puran Joi
दिन के हर समय को पूरी चेतना में जिओ
जो गुजर गया न उसका कोई राग मन में हो
न ही आने वाले कल के सपनो की नींद में डुबो
इसी क्षण जाग्रत अवस्ता में पूरणता से जिओ
Apana deepak tum svayan bano
Kisee doosare ke nirbhar nahin।
अपना दीपक तुम स्वयं बनो
किसी दूसरे के निर्भर नहीं।
(1) Jab Tak Ye Srashti Rahegi,
Dukh Manusya Ke Sath
Uski Chaya Bankar Rahega…
Char Aaryak Satya Hai , (1)
जब तक ये सृष्टि रहेगी,
दुःख मनुष्य के साथ
उसकी छाया बनकर रहेगा.
Gautam Buddha Suvichar
(2) Vasto Se Apne Aap Ko Pakad Ke Rakhna
Yahi Dukh Ka Karan Hai
Jab Vastu Hi Kshan Bhangur Hai
To Jiwan Ka Marag Kya Ho…
(2) वस्तू से अपने आप को पकड़ के रखना
यही दुःख का कारण है
जब वास्तु ही क्षण भंगुर है
तो जीवन का मार्ग क्या हो.
(3) Mukti Ke Liye Svyam Me
Vivek Jagana, Ati Avashyak Hai
Svyam Ko ( Sthith) Kendrith Rakho
Jo Bhi Aaye Chahe Vah Dukh Ki Suchana
Ya Anand Ki Parchai Hi Kyu Na Ho
Unke Vich Me Svyam Ko Sthira Rakho
(3) मुक्ति के लिए स्वयं में
विवेक जगाना, अति आवश्यक है
स्वयं को ( स्थित) केन्द्रित रखो
जो भी आये चाहे वह दुःख की सूचना
या आनंद की परछाई ही क्यों न हो
उनके बीच में स्वयं को स्थिर रखो
(4) Is Marg Par Chalne Se Dukh Ke Wandhan
Tutenge Aur Param Anand Satya
Ki Uplabdhi Tumhe Prapth Hogi….
(4) इस मार्ग पर चलने से दुःख के वंधन
टूटेंगे और परम आनन्द सत्य
की उपलब्धि तुम्हे प्रप्थ होगी.
भगवान गौतम बुद्ध का जन्म लुम्बिनी नेपाल में एक सर्वश्रेष्ठ शाही परिवार में हुआ था,
सिद्धार्थ गौतम, उन्होंने अपने और अपने अस्तित्व के बारे में जवाब खोजने के लिए 29 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया।
उनके पास किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं थी।
Buddha quotes in hindi and english
भगवान गौतम बुद्ध का जन्म लुंबिनी, नेपाल में हुआ था,
और उनके बचपन का नाम सिद्धार्थ,
सिद्धार्थ गौतम पिता के रूप में ‘शुद्धोधन’ और उनकी माँ माया देवी है।
कि अगर सिद्धार्थ महल में रहेगा, तो वह एक राजा बन जाएगा,
लेकिन अगर वह घर छोड़ देता है,
तो वह एक धार्मिक सन्यासी बन जाएगा।
यह सुनकर, बुद्ध के पिता, श्री शुद्धोधन ने,
भगवान बुद्ध को सभी सुख और विलासिता की व्यवस्था की ताकि सिद्धार्थ गौतम महल के बाहर न जा सकें।
आदि वे स्थान हैं जिन्हें अब प्रसिद्ध महात्मा बौद्ध तीर्थस्थल माना जाता है।
(ए) शिलाचार, ध्यान और ज्ञान का अभ्यास करना,
शीलो ध्यान बढ़ाता है। ध्यान से मनन होता है।
जिससे शील का गहराई से संचालन संभव है।
जिससे हम लालच, क्रोध, से मुक्ति पा सकते हैं,
अज्ञान और आत्मा शांति और परम आनंद को प्राप्त करना।
महात्मा गौतम बुद्ध ने कहा है।
जीवन और मृत्यु प्रत्येक मनुष्य के जीवन का क्रम है।
अगर हम सचेत होकर इस पूरे विधान को समझें,
तब हम हर दिन ऐसा जीवन जी सकते हैं,
जहां शांति, ज्ञान, आनंद और संतुष्टि हमेशा बसे रहेंगे।
(ए) शिलाचार, ध्यान और ज्ञान का अभ्यास करने से शीलो ध्यान बढ़ता है।
ध्यान से मनन होता है। जिससे शील का गहराई से संचालन संभव है।
जिसके माध्यम से हम लोभ, क्रोध,
अज्ञान से मुक्ति पा सकते हैं और आत्मा की शांति और परम आनंद प्राप्त कर सकते हैं।